सुन मेरे बंधू रे - The Indic Lyrics Database

सुन मेरे बंधू रे

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - सचिन देव बर्मन | संगीत - सचिन देव बर्मन | फ़िल्म - सुजाता | वर्ष - 1959

View in Roman

सुन मेरे बंधू रे, सुन मेरे मितवा
सुन मेरे साथी रे
होता तू पीपल, मैं होती अमर लता तेरी
तेरे गले माला बन के पड़ी मुस्काती रे
सुन मेरे साथी रे
जिया कहे तू सागर मैं होती तेरी नदिया
लहर-बहर करती, अपने पिया से मिल जाती रे
सुन मेरे साथी रे