ना फुउलोन की दुनिया पयालिया बावरी बाजे - The Indic Lyrics Database

ना फुउलोन की दुनिया पयालिया बावरी बाजे

गीतकार - खुमार बाराबंकवी | गायक - लता मंगेशकर, सहगान | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - साज़ और आवाज़ | वर्ष - 1966

View in Roman

आ ऽ ऽन फूलों की दुनिया, न तारों की दुनिया
ये है बस ख़याल-ए-बहारों की दुनियायहाँ मस्त नज़रें बहकने को तरसे
उमंगों भरे दिल धड़कने को तरसे
ये है प्यार के बेसहारों की दुनियायहाँ ग़म है लाखों, मसर्रत नहीं है
तड़पने की लेकिन इजाज़त नहीं है
ये है इश्क़ के बेक़रारों की दुनियान फूलों की दुनिया, न तारों की दुनिया
ये है बस ख़याल-ए-बहारों की दुनियाआ ऽ ऽपायलिया बावरी बाजे
पायलिया मोरी झनन झनन
झन झननन बाजे ऽ ऽ
पायलिया बावरी बाजे ...आ ऽ ऽआज सखी मोरे पी घर आये, आ ऽ ऽ
आज सखी मोरे पी घर आये
देख-देख छब जियरा जाये
बार बार मोरा मन लहराये
पायलिया बावरी बाजे ...सात सुरों के दीप जलाके, आ ऽ ऽ
सात सुरों के दीप जलाके
प्रेम बीन की धुन पर गाके
आज नाचूँ मैं पिया को पाके
पायलिया बावरी बाजे ...आ ऽ ऽ