राह में बिच्छी हैं पलकें आओ - The Indic Lyrics Database

राह में बिच्छी हैं पलकें आओ

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - आरती अंकलीकर, शुभा जोशी | संगीत - वनराज भाटिया | फ़िल्म - सरदारी बेगम | वर्ष - 1996

View in Roman

राह में बिछी हैं पलकें आओ
फूल महके रंग झलके आओ
आए चमन मेँ फिरसे निखार
आओ जो तुम तो आए बहार
ऋतु लहके ऋतु बहके कली खिले चमन झूमे
राह में बिछी हैं पलकें आओरात किये है सोला सिंगार
मदिरा की हलकी है फुहार
मान भी जाओ एक बात
अब आके थाम लो ये हाथ
तन झूमे मन झूमे धरा गगन पवन झूमे
साँझ जागे जाम छलके आओरंग रूप और सुगंध
तोड़ते हैं सारे बँध
दिल है कि बेक़रार है
आओ के इन्तज़ार है
हर घुँघरू मेँ जादू छनन छनन छनन झूमे
पायलों से मोती ढलके आओ