शामा गुल कर के ना जा - The Indic Lyrics Database

शामा गुल कर के ना जा

गीतकार - एहसान रिज़विक | गायक - मुबारक बेगम | संगीत - सादत | फ़िल्म - अरब का सितारा | वर्ष - 1961

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शमा गुल कर के न जा यूँ कि जला भी न सकूँ-२
रौशनी तेरी मोहब्बत की मैं पा भी न सकूँ
शमा गुल कर के न जाबदगुमाँ इतना न बन हाथ झटकने वाले-२
हाथ झटकने वाले
अपनी बिगड़ी हुई क़िस्मत को बना भी न सकूँ
शमा गुल कर के न जाएक ही रात में आँसूओं के चराग़ इतने जले-२
चराग़ इतने जले
ग़म अगर दिल का छुपौउँ तो छुपा भी न सकूँ
शमा गुल कर के न जाजानेवले मुझे किस राह में छोड़ा तूने-२
छोड़ा तूने
याद आ भी न सकूँ तुझ को भुला भी न सकूँशमा गुल कर के न जा यूँ कि जला भी न सकूँ-२
रौशनी तेरी मोहब्बत की मैं पा भी न सकूँ
शमा गुल कर के न जा