जो हम ना मिलेंगें तो गुल ना खिलेंगें - The Indic Lyrics Database

जो हम ना मिलेंगें तो गुल ना खिलेंगें

गीतकार - समीर | गायक - कुमार शानू, अनुराधा | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - जान की कसम | वर्ष - 1991

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जो हम ना मिलेंगे तो गुल ना खिलेंगे
है मिलना ज़रूरी हमारा सनम
जान की क़सम ओ मेरी जान की क़समये कैसी है हलचल नहीं चैन एक पल
बताओ सनम
जान की क़सम ...समन्दर में उठती ये कैसी लहर है
मचलता है हर वक़्त ये कैसी उमर है
आजा मेरी बाँहों में आ
ऐसे न तू बातें बना
हटो छोड़ दो मुझे न सताओ
करो न मुझपे ऐसे सितम
जान की क़सम ...नज़र में बसा लो गले से तुम लगा लो
अगन जो लगी सनम
कुछ मुझे होने लगा
दिल मेरा हाँ खोने लगा
ये ज़ुल्फ़ें हटाओ चेहरा दिखाओ
तुम्हें देखे बिन जी न पाएंगे हम
जान की क़सम ...