मस्त पवन है चंचल धारा - The Indic Lyrics Database

मस्त पवन है चंचल धारा

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - लता | संगीत - अनिल बिस्वास | फ़िल्म - जीत | वर्ष - 1949

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मेरा सुन्दर सपन बीत गया

मेरा सुन्दर सपन बीत गया

मैं प्रेम में सब कुछ हार गयी

बेदद.र ज़माना जीत गया

मेरा सुन्दर सपना बीत गया

क्यों काली बदरिया चायी है

क्यों कली कली मुसकायी है

मेरी प्रेम कहानी खत्म हुई

मेरा जीवन का संगीत गया

मेरा सुन्दर सपना बीत गया

ओ चोड़ के जाने वाले आ

दिल तोड़ के जाने वाले आ

आँखें असुवन में डूब गयीं

हँसने का ज़माना बीत गया

मेरा सुन्दर सपना बीत गया

हर रात मेरी दिवाली थी

मैं पिया की होने वाली थी

इस जीवन को अब आग लगे, आग लगे

इस जीवन को अब आग लगे

मुझे चोड़के जीवन मीत गया

मेरा सुन्दर सपना बीत गया