तोरे जैसी छोरी होती कोई गणव मान हमरे - The Indic Lyrics Database

तोरे जैसी छोरी होती कोई गणव मान हमरे

गीतकार - गुलशन बावरा | गायक - मुकेश | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - चोरी चोरी | वर्ष - 1973

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तोरे जैसी छोरी होती कोई गाँव मां हमारे
तो सहर हम नाहीं आते -२
मिल जाता कहीं गाँव मा ई रंग भरा प्यार
तो सहर हम नाहीं आते -२देख सहर मां रूप की गर्मी आवन लगा पसीना हाय-हाय
किसी ने भोला जान के लूटा किसी ने मनवा छीना
फिर भी हम ई बात के खुश हैं
जीना ई है जीना भइया जीना ई है जीना
ओ जहाँ सुनी जाए ऐसे जो कुँवारों की पुकार
तो सहर हम ...नैना फिसलई चेहरों से जूं गीरी सड़क से पाँव हाय हाय
राम-क़सम अब छोड़ सहर हम कबहूँ न जईबे गाँव
जहाँ ना ई अँखियन की मदिरा
ना जुल्फन की छाँव भैया ना जुल्फन की छाँव
हो ऐसी गोरी-गोरी बाँहों के मिले जो होते हार
तो सहर हम ...