गंगाराम कंवरा रह गया - The Indic Lyrics Database

गंगाराम कंवरा रह गया

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - जीवन धारा | वर्ष - 1982

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गंगाराम कंवारा रह गया -२
गंगाराम कौन है
कौन है ये गंगाराम
अरे गंगाराम कौन है -२
गंगाराम है एक तोते का नाम
तोताराम कंवारा रह गया
गंगाराम कंवारा ...एक मैना थी मीना नाम की -२
उससे चोंच लड़ी गंगाराम की
एक ही डाली पे दोनों रहते थे -२
एक दूजे से वो ये कहते थे
प्रेम करना तो अपने हाथ है
पाना और खोना क़िस्मत की बात है
बस मैना की शादी हो गई और किसी के साथ
धूमधाम से आई उस दिन जंगल में बारात
मियाँ मिठ्ठू की हो गई नींद हराम
गंगाराम कंवारा ...हाथी ने सुना वो चिंघाड़ा
शेर ने सुना तो वो दहाड़ा
कालू भालू भी चीखा ज़ोर से
बोल गया सारा जंगल शोर से
तोते का हमदर्द गीदड़ बन गया
इस चक्कर में वो leaderबन गया
गीदड़ जी ने leaderबन के झाड़ी इक तक़रीर
अखबारों में छप गई तोता-मैना की तस्वीर
फिर क्या हुआ -२
अरे फिर वही हुआ जो हमेशा होता है
हे हे डोली बैठ के मैना ख़ूब रोई -२
मैनूं ले चले हो पिया ले चले वे
कहा-सुना हमारा माफ़ करना ओ
बस बैरी यादें अस्सी पेह चले वे
गंगाराम का किस्सा होता है तमाम
हिन्दू को राम-राम मुस्लिम को सलाम
गंगाराम कंवारा ...गंगाराम बेचारा गंगाराम कंवारा रह गया