जोगी माहि - The Indic Lyrics Database

जोगी माहि

गीतकार - | गायक - | संगीत - | फ़िल्म - | वर्ष - 2008

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सुनो इक थी कांच की गुड़िया
सुनो इक थी प्यार की पुड़िया
सड़के

सुनो िक था पिण्ड डा शेरा
आया कस के बाँध वह सेहरा
सड़के

सुनो इक थी कांच की गुड़िया
सुनो इक थी प्यार की पुड़िया
सड़के

सुनो िक था पिण्ड डा शेरा
आया कस के बाँध वह सेहरा
सड़के

सजी थी डोली वह
चढ़ा था घोड़ी वोह
खोया जाने कहाँ िन्ना सोना
प्यार बलिये

जोगी माहि
सब नु जा के मैं यह बोलना
बात बोल के

जोगी माहि
सब नु जा के मैं यह बोलना
बात बोल के

दिल थामे हुए
वह था खड़ा
दूर बैठे हुए
जाने न तू

दीवाने ने दी जवानी
के हर ग़म तू भुला दे
देता ही रहा सदायें
के दिल से तू बुला ले

ो छाड दे वे ज़िद हूँ
छाजे उत्ते ाजा हुन
दिल टुटा जांदा सुण प्यार डुल्या

जोगी माहि
सब नु जा के मैं यह बोलना
बात बोल के

जोगी माहि
सब नु जा के मैं यह बोलना
बात बोल के

ढोलना वे
 

जींद मेरी
जींद मेरी
जड़ों डा रूस गया
जिन्दादि जांदी है ढोलना

वह
जो फूलों सी थी
प्यार माँगा था मैंने रब्ब से
वह रहता था यहीं पे
माँगूँ में यही दुआएं
लौट आये वह कहीं से

ओह छाड दे वे ज़िद हूँ
छाजे उत्ते ाजा हुन
दिल टुटा जांदा सुण प्यार डुल्या

जोगी माहि
सब नु जा के मैं यह बोलना
बात बोल के

जोगी माहि
सब नु जा के मैं यह बोलना
बात बोल के

सुनो इक थी कांच की गुड़िया
सुनो इक थी प्यार की पुड़िया
सड़के

सुनो िक था पिण्ड डा शेरा
आया कस के बाँध वह सेहरा
सड़के

सजी थी डोली वह
चढ़ा था घोड़ी वोह
खोया जाने कहाँ िन्ना सोना
प्यार बलिये

जोगी माहि
सब नु जा के मैं यह बोलना
बात बोल के

ढोलना

जोगी माहि
सब नु जा के मैं यह बोलना
बात बोल के

जोगी माहि
सब नु जा के मैं यह बोलना
बात बोल के