मनवा काहे फिर तड़पाये - The Indic Lyrics Database

मनवा काहे फिर तड़पाये

गीतकार - NA | गायक - सुप्रोवा सरकार | संगीत - आर सी बोराल | फ़िल्म - वापस | वर्ष - 1943

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मेरा हुस्न लूटने आया

मेरा हुस्न लूटने आया

मेरा हुस्न लूटने आया अलबेला

मेरा हुस्न लूटने आया

के घायल हो गई रे उई

के ऊई लम्बी मुँछ वाले आ मतवाले

के मुँछ पे नचाऊँ निम्बुआ उई

उई

मेरा हुस्न लूटने आया

मेरा हुस्न लूटने आया अलबेला

मेरा हुस्न लूटने आया

मैं बनूँगी उसी की लुगाई

होगा छप्पन गाँवों का जो राजा

गोरे मुखड़े से घूँघट हटा के

लम्बे ? के दिल को लुटा के

धीरेधीरे कहूँगी आजा आजा

उई

मेरा हुस्न लूटने आया

मेरा हुस्न लूटने आया अलबेला

मेरा हुस्न लूटने आया

मो : ओ मैं राजा रूपनगर का

और तू मेरी पटरानी

ओ मैं राजा चन्द्रशहर का

और तू मेरी महारानी

ज़ो : दोदो राजा भरे यहाँ पानी

मेरी रूठी है इनसे जवानी

हाय मेरी रूठी है इनसे जवानी

मो : जवानी मेरी रूठी है इनसे जवानी

जवानी मेरी रूठी

जवानी मेरी रूठी है इनसे जवानी

हाय

मेरा हुस्न लूटने आया