लो चल दिए वो हमको तसल्ली दिए बग़ैर - The Indic Lyrics Database

लो चल दिए वो हमको तसल्ली दिए बग़ैर

गीतकार - कातिल शिफाई | गायक - नूरजहां | संगीत - गुलाम हैदर | फ़िल्म - गुलनार (पाकिस्तान) | वर्ष - 1950

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लो चल दिए वो हमको तसल्ली दिए बग़ैर
एक चाँद छुप गया है उजाला किए बग़ैर
उनसे बिछड़के हमको तमन्ना है मौत की
आती नहीं है मौत भी लेकिन जीए बग़ैर
हाय, वक़्त-ए-इश्क़ आज अब तो न ले इम्तिहान-ए-ग़म
हम रो रहे हैं नाम किसीका लिए बग़ैर
माँगे से मिल सकी न हमें तो कभी ख़ुशी
पाए हैं लाख रंज तमन्ना किए बग़ैर