ना रो तू ऐ मेरे दिल यहाँ तुउ अकेला नहीं - The Indic Lyrics Database

ना रो तू ऐ मेरे दिल यहाँ तुउ अकेला नहीं

गीतकार - एस एच बिहारी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - पगला कहीं का | वर्ष - 1970

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न रो तू यहाँ ऐसे पगला कहीं का
मुसीबत को अपने गले से लगा ले
तेरे ग़म की दुनिया तुझे दे गए हैं
यहाँ से वहाँ रूठ कर जाने वालेऐ मेरे दिल यहाँ तू अकेला नहीं
और भी हैं बहुत ग़म के मारे हुए -२
ऐ मेरे दिल यहाँ ...हर क़दम पर यहाँ हर मोड़ पर
ग़म की इक दास्ताँ ( कह रही हर नज़र ) -२
कितनी बेचैनियाँ रह के ख़ामोश भी
दे रही हैं सदा बिन पुकारे हुए
ऐ मेरे दिल यहाँ ...प्यार जिसने किया उसको पागल कहा
अपनी दुनिया में ये ( ज़ुल्म होता रहा ) -२
सैकड़ों बार ये खेल खेला गया
सैकड़ों बार ऐसे नज़ारे हुए
ऐ मेरे दिल यहाँ ...ऐसे इन्सान भी मैने देखे कई
मौत जिनके लिए ज़िन्दगी बन गई
जिनकी आहों से है ( गूँजती ये फ़िज़ा ) -२
जिनके आँसू गगन के सितारे हुए
ऐ मेरे दिल यहाँ ...