लो आये हैं, लो आये दिन प्यार करने के - The Indic Lyrics Database

लो आये हैं, लो आये दिन प्यार करने के

गीतकार - हसरत | गायक - लता | संगीत - शंकर-जयकिशन | फ़िल्म - नया घर | वर्ष - 1953

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( लो आये हैं, लो आये दिन प्यार करने के
निगाहें अब चार करने के )
लो आये हैं
चुपके-चुपके से हवायें छेड़ जाती हैं
हमको मोहब्बत का राग सुनाती हैं, राग सुनाती हैं
( लो आये हैं, लो आये दिन प्यार करने के
निगाहें अब चार करने के )
लो आये हैं
आज न जाने क्यूँ हमारा दिल मचलता है
जैसे बहारों में फूल महकता है, फूल महकता है
( लो आये हैं, लो आये दिन प्यार करने के
निगाहें अब चार करने के )
लो आये हैं
नैन ये कहते हैं उलझ कर हम भी देखेंगे
दिल की लगी है क्या हम भी जानेंगे, हम भी जानेंगे
( लो आये हैं, लो आये दिन प्यार करने के
निगाहें अब चार करने के )
लो आये हैं