एक बार आती है रुत ऐसी रोज़ नहीं - The Indic Lyrics Database

एक बार आती है रुत ऐसी रोज़ नहीं

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, आशा भोंसले | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - सूरज | वर्ष - 1966

View in Roman

र : एक बार आती है रुत ऐसी रोज़ नहीं
के मुझको सम्भालो कोई मुझको होश नहींआ : एक बार आती है रुत ऐसी रोज़ नहीं
वो दिल कोई दिल नहीं है जिसमें जोश नहींर : हो हो हो
ये तेरी नैन रेखा रेखा में ख़ुद को देखा
न पूछ दिल की हालत है दौर ये ख़ुशी का -२
ओ झूम-झूम गाता है दिल ऐसा रोज़ नहीं
के मुझको सम्भालो ...आ : हो हो हो
दिल मेरा डोले ये खाए हिचकोले
मैं हाय-हाय करूँ ये भेद सारा खोले -२
हो नैनन बान चलाती है रुत ऐसी रोज़ नहीं
वो दिल कोई दिल ...र : हो ये दिल डगमगाए नज़र लड़खड़ाए
मैं गिर-गिर जाऊँ जब सामने तू आए -२
हो दिल की बात बताता है दिल ऐसा रोज़ नहीं
के मुझको सम्भालो ...
को : मुझको होश नहींआ : हो प्यार भरी सैंया तू डाल गले बहियाँ
डाल दूँगी तुझ पर मैं पलकों की छैंया
हो दिल से दिल मिलाती है रुत ऐसी रोज़ नहीं
वो दिल कोई दिल ...
को : एक बार आता है दिन ऐसा रोज़ नहीं
के मुझको सम्भालो कोई मुझको होश नहीं