मन फूले नहीं समाये समाये मन फूले नहीं समाये - The Indic Lyrics Database

मन फूले नहीं समाये समाये मन फूले नहीं समाये

गीतकार - जाकिर हुसैन | गायक - असित बरन | संगीत - आर सी बोराल | फ़िल्म - वसीअतनामा | वर्ष - 1945

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मस्त पवन है चंचल धारा

मस्त पवन है चंचल धारा

मन की नैया डोल ना जाये

मस्त पवन है चंचल धारा

आज समा है कितना प्यारा

मन की नैया डोल ना जाये

मस्त पवन है चंचल धारा

मन में हैं बेचैन उमंगें

जैसे मौजें सागर की

देना? मुझको कोई? सहारा

मन की नैय्या

मीत बिना जीवन बीते ना

राह कटे बिन साथी के

राह कटे बिन साथी के

ढूँढ रही हूँ कोई किनारा

मन की नैय्या