शराब चीज़ है बुरी - The Indic Lyrics Database

शराब चीज़ है बुरी

गीतकार - अंजान | गायक - स. जानकी | संगीत - बप्पी लाहिरी | फ़िल्म - आग का गोला | वर्ष - 1989

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शराब चीज़ हैं बुरी
शराब पीना छोड़ दे
शराब चीज़ हैं बुरी
शराब पीना छोड़ दे
नशा बुरा है जाम का
यह जाम सारे तोड़ दे
बिना लिए ही झूम ले
नशे में आज प्यार के

शराब चीज़ हैं बुरी
शराब पीना छोड़ दे
नशा बुरा हैं जाम का
यह जाम सारे तोड़ दे

धड़ाके दिल ये बार बार
दिल को तेरा इंतज़ार
हर तमन्ना बेक़रार सी
जाने तू ना मेरा हाल
कुछ तो कर मेरा ख्याल
प्यास ये बुझा दे प्यार की

धड़ाके दिल ये बार बार
दिल को तेरा इंतज़ार
हर तमन्ना बेक़रार सी
जाने तू ना मेरा हाल
कुछ तो कर मेरा ख्याल
प्यास ये बुझा दे प्यार की
हे हे हे हे

शराब चीज़ हैं बुरी
शराब पीना छोड़ दे
नशा बुरा है जाम का
यह जाम सारे तोड़ दे

आ गले लगा के
बाहों में तुझे छिपा के
होंठो से चुरा के मस्तियाँ
नरमिया मेरे बदन की
गर्मियां ये प्यारे तन की
हे मेरे षराब है कहा

आ गले लगा के
बाहों में तुझे छिपा के
होंठो से चुरा के मस्तियाँ
नरमिया मेरे बदन की
गर्मियां ये प्यारे तन की
हे मेरे षराब है कहा

शराब चीज़ हैं बुरी
शराब पीना छोड़ दे
नशा बुरा है जाम का
यह जाम सारे तोड़ दे

ताल न जाए प्यासी रात
कह दे दिल दे दिल की बात
आग दिल की दिल में क्यों रहे
प्यास तेरी मैं बुझा दूं
दर्द तेरे मैं मिटा दूँ
मेरे होते हम ये क्यों सहे

ताल न जाए प्यासी रात
कह दे दिल दे दिल की बात
आग दिल की दिल में क्यों रहे
प्यास तेरी मैं बुझा दूं
दर्द तेरे मैं मिटा दूँ
मेरे होते हम ये क्यों सहे
हे हे हे हे

शराब चीज़ हैं बुरी
शराब पीना छोड़ दे
नशा बुरा है जाम का
यह जाम सारे तोड़ दे
बिना लिए ही झूम ले
नशे में
आज प्यार के हे हो हो हो.