बाबुल की दुआएं लेती जा - The Indic Lyrics Database

बाबुल की दुआएं लेती जा

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - रवि | फ़िल्म - नीलकमल | वर्ष - 1968

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बाबुल की दुआएँ लेती जा जा तुझको सुखी संसार मिले
मैके की कभी ना याद आए ससुराल में इतना प्यार मिले
बाबुल की दुआएँ ...नाज़ों से तुझे पाला मैने कलियों की तरह फूलों की तरह
बचपन में झुलाया है तुझको बाँहों ने मेरी झूलों की तरह -२
मेरे बाग़ की ऐ नाज़ुक डाली तुझे हर पल नई बहार मिले
बाबुल की दुआएँ ...जिस घर से बँधे हैं भाग तेरे उस घर में सदा तेरा राज रहे
होंठों पे हँसी की धूप खिले माथे पे ख़ुशी का ताज रहे -२
कभी जिसकी जोत न हो फीकी तुझे ऐसा रूप-सिंगार मिले
बाबुल की दुआएँ ...बीतें तेरे जीवन की घड़ियाँ आराम की ठंडी छाँवों में
काँटा भी न चुभने पाए कभी मेरी लाड़ली तेरे पाँवों में -२
उस द्वार से भी दुख दूर रहें जिस द्वार से तेरा द्वार मिले
बाबुल की दुआएँ ...