जिंदगी सेहरा भी है और जिंदगी गुलाशन भी है - The Indic Lyrics Database

जिंदगी सेहरा भी है और जिंदगी गुलाशन भी है

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - कहीं और चल | वर्ष - 1968

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ज़िन्दगी सेहरा भी है और ज़िन्दगी गुलशन भी है -२
( प्यार में खो जाओगे ) -२ ज़िन्दगी मधुबन भी है
ज़िन्दगी सेहरा भी ...रात मिट जाती है होता है सवेरे का जनम
धीरे-धीरे टूट जाता है अँधेरों का भी दम
( हँसते सूरज की तरह से ) -२ ज़िन्दगी रोशन भी है
ज़िन्दगी सेहरा भी ...पार उतरेगा वही खेलेगा जो तूफ़ानों से
मुश्क़िलें डरती रही हैं नौजवाँ इंसानों से
( मिल ही जाएँगे सहारे ) -२ ज़िन्दगी दामन भी है
ज़िन्दगी सेहरा भी ...