या दुनिया बड़ी लुटेरी ना तेरी है ना मेरी - The Indic Lyrics Database

या दुनिया बड़ी लुटेरी ना तेरी है ना मेरी

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - पतंग | वर्ष - 1960

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यह दुनिया बड़ी लुटेरी न तेरी है न मेरी
मुँह में इसके राम-राम दिल में हेरा-फेरीमच्छर भी काटे पहले करे पुकार
घू घू आ सरकार आया हूँ मैं होशियार
लेकिन गुपचुप काटे दुनिया जब हो रात अँधेरी
ये दुनिया बड़ी लुटेरी ...सुबह कबूतर को लालाजी निस-दिन दाना डालें
मुट्ठी भर दानों से अपने धर्म का रोब जमा लें
सवा सेर का सेर तोलने में ना करें ये देरी
ये दुनिया बड़ी लुटेरी ...सुनते हैं कल हो गया चोरी मंदिर में प्रसाद
इसलिए ये दुनिया में भूत खाने आबाद
छाया में भगवान की वाह-वाह कैसी धूप घनेरी
ये दुनिया बड़ी लुटेरी ...