गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - ज़हरीला इंसान | वर्ष - 1974
View in Romanओ हंसिनी मेरी हंसिनी, कहाँ उड़ चली
मेरे अरमानों के पंख लगा के कहाँ उड़ चली
आजा मेरी साँसों में महक रहा रे तेरा गजरा
आजा मेरी रातों में लहक रहा रे तेरा कजरा
देर से लहरों में कमल संभाले हुए मन का
जीवन ताल में भटक रहा रे तेरा हंसा