लपक जपक तू आ रे बदरवा - The Indic Lyrics Database

लपक जपक तू आ रे बदरवा

गीतकार - हसरत | गायक - मन्ना डे | संगीत - शंकर-जयकिशन | फ़िल्म - बूट पोलिश | वर्ष - 1953

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लपक जपक तू आ रे बदरवा
सर की खेती सूख रही है
बरस बरस तू आ रे बदरवा
झगड़ झगड़ कर पानी ला तू
अकड़ अकड़ बिजली चमका तू
तेरे घड़े में पानी नहीं तो
पनघट से भर ला
रे बदरवा
बन में कोयल कूक उठी है
सब के मन में हूक उठी है
भूदल से तू बाल उगा दे
झट पट तू बरसा
रे बदरवा