लाज भरे इन नैनन में अधिक सुधा भरो ना: - The Indic Lyrics Database

लाज भरे इन नैनन में अधिक सुधा भरो ना:

गीतकार - | गायक - अशोक कुमार | संगीत - एस एन त्रिपाठी | फ़िल्म - उत्तरा अभिमन्यु | वर्ष - 1946

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लाज भरे
( लाज भरे इन नैनन में
अधिक सुधा भरो ना
सखि अधिक सुधा भरो ना ) -२रसिक रिदय की विव्हलता को उग्र अधिक करो ना -२
करो ना -३लाज भरे इन नैनन में
अधिक सुधा भरो ना
सखि अधिक सुधा भरो नाअंग उपर नव-यौवन धर कर -२
रस भरे अधर उपर अमृत झर कर
रस भरे -२रस भरे अधर उपर अमृत झर कर
हे मनमोहिनी -२
मेरे मन को मूरछित अब करो ना
करो ना -३लाज भरे इन नैनन में
अधिक सुधा भरो ना
सखि अधिक सुधा भरो नाहे ललना छल करो ना
हे ललना
हे ललना छल करो ना
छलक-छलक इतना धरो ना -२
पल-पल रूप-झलक झलका कर
चित्त चलित करो ना
करो ना -३लाज भरे इन नैनन में
अधिक सुधा भरो ना
सखि अधिक सुधा भरो ना