जो तुम करो मैं कर सकता हुं बाध के - The Indic Lyrics Database

जो तुम करो मैं कर सकता हुं बाध के

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - किशोर कुमार, शमशाद बेगम | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - अदा | वर्ष - 1951

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कि : ( जो तुम करो मैं कर सकता हूँ बढ़ के
अजी बढ़ के
श : मैं कर सकती हूँ तुमसे भी बढ़-चढ़ के
बढ़-चढ़ के ) -२मैं ऊँचे सुरों में गाऊँ
कि : मैं तुमसे भी ऊँचा गाऊँ
श : होय मैं ऊँचे सुरों में गाऊँ
कि : अजी मैं तुमसे भी ऊँचा गाऊँकि : स रे ग
श : रे ग म
कि : ग म प
श : म प ध
कि : प ध नि
श : ध नि प
कि : नि स रे रे रे
श : स रे ग रे ग म म प धश : ( जो तुम करो मैं कर सकती हूँ बढ़ के
अजी बढ़ के
कि : मैं कर सकता हूँ तुमसे भी बढ़-चढ़ के
बढ़-चढ़ के ) -२कि : ( मैं झट-पट झटा-पट बोलूँ
श : मैं फट-फट फटा-फट बोलूँ ) -२
कि : झट-पट झट-पट
श : फट-फट फट-फट
कि : अरे झट-पट झट-पट
श : फट-फट फट-फट ) -३
श : तुर्र्रश : ( जो तुम करो मैं कर सकती हूँ बढ़ के
अजी बढ़ के
कि : मैं कर सकता हूँ तुमसे भी बढ़-चढ़ के
बढ़-चढ़ के ) -२श : ( मैं धीरे-धीरे बोलूँ
कि : मैं तुमसे भी धीरे बोलूँ ) -२
कि : आओ दिल की बात करें
श : आज तुमसे दूर है
कि : हम तुम पे मरते हैं
श : हम तुमसे डरते हैं
कि : हम जान लुटाते हैं
श : हम जान छुड़ाते हैं
कि : हम दिल के
श : तुम दिल के खोटे हो
तुम बेपेंदी के लोटे हो
डबल रोटे हो
तुम बहुत ही मोटे हो
कि : आऊं
श : आंश : ( जो तुम करो मैं कर सकती हूँ बढ़ के
अजी बढ़ के
कि : मैं कर सकता हूँ तुमसे भी बढ़-चढ़ के
बढ़-चढ़ के ) -२श : ( मैं मीथा-मीठा गाऊँ
कि : मैं तुमसे भी मीठा गाऊँ ) -२श :जिया बेक़रार है
छाई बहार है
आजा मोरे बालमा
तेरा इंतज़ार हैजिया बेक़रार है
छाई बहार है
आजा मोरे बालमा
कि : बालम आय बसो मेरे मन में
बाश : जो तुम करो मैं कर सकती हूँ बढ़ के
अजी बढ़ के
कि : तुम कर सकता हो मुझसे भी बढ़-चढ़ के
बढ़-चढ़ केश : जो तुम करो मैं कर सकती हूँ बढ़ के
बढ़-चढ़ के
कि : तुम कर सकता हो मुझसे भी बढ़-चढ़ के
बढ़-चढ़ के -४