खामोशियाँ गुनगुनाने लगीं - The Indic Lyrics Database

खामोशियाँ गुनगुनाने लगीं

गीतकार - महबूब | गायक - लता मंगेशकर, सोनू निगम | संगीत - ए आर रहमान | फ़िल्म - वन टू का फोर | वर्ष - 2001

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ख़मोशियाँ गुनगुनाने लगीं तन्हाइयाँ मुस्कुराने लगीं -३सरगोशी करे हवा चुपके से मुझे कहादिल का हाल बता दिलबर से न छुपासुन के बात ये शर्म से मेरी आँखें झुक जाने लगींख़मोशियाँ गुनगुनाने लगीं तन्हाइयाँ मुस्कुराने लगीं
सरगोशी करे हवा चुपके से मुझे कहा
दिल का हाल बता दिलबर से ना छुपा
सुन के बात ये शर्म से मेरी आँखें झुक जाने लगींजाग उठा है सपना किसका मेरी इन आँखों मेंएक नई ज़िंदगी शामिल हो रही साँसों मेंकिसी की आती है सदा हवाओं मेंकिसी की बातें हैं दबी सी होंठों मेंरात-दिन मेरी आँखों में कोई परछाईं लहराने लगीख़मोशियाँ गुनगुनाने लगीं तन्हाइयाँ मुस्कुराने लगींदिल का ये कारवाँ यूँ ही था रवाँ-रवाँमंज़िल न हमसफ़र लेकिन नये मेहरबाँतेरी वो एक नज़र कर गई असर दुनिया सँवर जाने लगीख़मोशियाँ गुनगुनाने लगीं तन्हाइयाँ मुस्कुराने लगींशर्म-ओ-हया से कह दो ख़ुदा-हाफ़िज़ ओ मेरी जानाहै घड़ी मिलन की ख़ुदारा लौट के न आनारात का पर्दा हमारी ही ख़ातिरसजे हैं हम भी तो तुम्हारी ही ख़ातिरजैसे-जैसे तुम पास आते हो साँसें रुक जाने लगींख़मोशियाँ गुनगुनाने लगीं -२
तन्हाइयाँ मुस्कुराने लगीं -२दिल का ये कारवाँ यूँ ही था रवाँ-रवाँ
मंज़िल न हमसफ़र लेकिन नये मेहरबाँ
तेरी वो एक नज़र कर गई असर दुनिया सँवर जाने लगीख़मोशियाँ गुनगुनाने लगीं तन्हाइयाँ मुस्कुराने लगींख़मोशियाँ गुनगुनाने लगीं तन्हाइयाँ मुस्कुराने लगीं -२
( ख़मोशियाँ गुनगुनाने लगीं तन्हाइयाँ मुस्कुराने लगीं
सरगोशी करे हवा चुपके से मुझे कहा
दिल का हाल बता दिलबर से ना छुपा
सुन के बात ये शर्म से मेरी आँखें झुक जाने लगीं ) -२जाग उठा है सपना किसका मेरी इन आँखों में
एक नई ज़िंदगी शामिल हो रही साँसों में
किसी की आती है सदा हवाओं में
किसी की बातें हैं दबी सी होंठों में
रात-दिन मेरी आँखों में कोई परछाईं लहराने लगीख़मोशियाँ गुनगुनाने लगीं तन्हाइयाँ मुस्कुराने लगीं
दिल का ये कारवाँ यूँ ही था रवाँ-रवाँ
मंज़िल न हमसफ़र लेकिन नये मेहरबाँ
तेरी वो एक नज़र कर गई असर दुनिया सँवर जाने लगीबेख़याली में भी आता है ख़याल तेराबेक़रारी मेरी करती है सवाल तेरातेरी वफ़ाओं की उम्मीद है मुझको तेरी निगाहों की पनाह दे मुझकोसुन ऐ हमनशीं आस ये तेरी मुझको तड़पाने लगीख़मोशियाँ गुनगुनाने लगीं ख़मोशियाँ गुनगुनाने लगीं
तन्हाइयाँ मुस्कुराने लगीं तन्हाइयाँ मुस्कुराने लगींदिल का ये कारवाँ यूँ ही था रवाँ-रवाँ
मंज़िल न हमसफ़र लेकिन नये मेहरबाँ
तेरी वो एक नज़र कर गई असर दुनिया सँवर जाने लगीख़मोशियाँ गुनगुनाने लगीं तन्हाइयाँ मुस्कुराने लगीं