किसको क़ातिल मैं कहूँ - The Indic Lyrics Database

किसको क़ातिल मैं कहूँ

गीतकार - अहमद नदीम क़ासमी | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - जगजीत सिंह | फ़िल्म - सजदा | वर्ष - 1991

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किसको क़ातिल मैं कहूँ, किसको मसीहा समझूँ
सब यहाँ दोस्त ही बैठे हैं, किसे क्या समझूँ
वो भी क्या दिन थे के हर वहम यकीं होता था
अब हक़ीक़त नज़र आए तो उसे क्या समझूँ
दिल जो टूटा तो कई हाथ दुआ को उठे
ऐसे माहौल में अब किसको पराया समझूँ
ज़ुल्म ये है के है यकता तेरी बेगाना-रवी
लुत्फ़ ये है के मैं अब तक तुझे अपना समझूँ