ओ साथी रे, तेरे बिना भी क्या जीना - The Indic Lyrics Database

ओ साथी रे, तेरे बिना भी क्या जीना

गीतकार - अंजान | गायक - किशोर कुमार | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - मुकद्दर का सिकंदर | वर्ष - 1978

View in Roman

ओ साथी रे, तेरे बिना भी क्या जीना
फूलों में, कलियों में, सपनों की गलियों में
तेरे बिना कुछ कहीं ना
हर धड़कन में प्यास है तेरी, साँसों में तेरी खुशबू है
इस धरती से उस अंबर तक, मेरी नज़र में तू ही तू है
प्यार ये टूटे ना, तू मुझ से रूठे ना
साथ ये छूटे, कभी ना
तुझ बिन जोगन मेरी राते, तुझ बिन मेरे दिन बंजारे
मेरा जीवन जलती धूनी, बुझे बुझे मेरे सपने सारे
तेरे बिना मेरी, मेरे बिना तेरी
ये ज़िन्दगी ज़िन्दगी ना