मैं ता जिंदड़ी बितावा तेरे नाली - The Indic Lyrics Database

मैं ता जिंदड़ी बितावा तेरे नाली

गीतकार - समीर | गायक - उदित नारायण, प्रीति उत्तम | संगीत - संजीव दर्शन | फ़िल्म - परवाना | वर्ष - 2003

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प्री : मैं ता जिंदड़ी बितावाँ तेरे नाल चाहे जग बैरी हो जाए -२
चाहे हथ लग जाए हथकड़ियाँ चाहे पाँव पड़ जाए बेड़ियाँ
हो चाहे हथ लग जाए हथकड़ियाँ चाहे पाँव पड़ जाए बेड़ियाँ
चाहे कुछ भी हो मेरा हाल
को : मैं तो जिंदडी वे जिंदडी वे जिंदडी
उ : होय मैं ता जिंदड़ी बितावाँ तेरे नाल चाहे जग बैरी हो जाएको : ( श ला ला श ला ला श ला ला ला ला
श ला ला श ला ला ला ला ) -२प्री : तुझसे नज़र मेरी लड़ गई रे देख तुझे मैं तो मर गई रे
को : हाँ मर गई रे हो रब्बा मर गई रे
प्री : हाँ तुझसे नज़र मेरी लड़ गई रे देख तुझे मैं तो मर गई रे
को : हाँ मर गई रे हो रब्बा मर गई रे
उ : हो अपनी जवानी तेरे नाम कर दूँ
हो ये ज़िन्दगानी तेरे नाम कर दूँ
प्री : सौ रब दी क़सम मेरे अल्ला तेरी मीठी-मीठी सुन के गलाँ
को : सौ रब दी क़सम हाय अल्ला तेरी मीठी-मीठी सुन के गलाँ
प्री : मैं तो गई तुझपे निहाल
को : मैं तो जिंदडी वे जिंदडी वे जिंदडी
उ : होय मैं ता जिंदड़ी बितावाँ तेरे नाल चाहे जग बैरी हो जाएको : ऊ ऊ चुरा चुरा चुरा -४
होय होय होय होय होय होय होय होय -२उ : मुझको ज़माने का नहीं है कोई डर तू है सनम मेरे साथ अगर
को : मेरे साथ अगर -२
उ : हाँ मुझको ज़माने का नहीं है कोई डर तू है सनम मेरे साथ अगर
को : मेरे साथ अगर -२
प्री : हो तेरे संग प्रीत की बँध गई डोर
हो मिलेगा पपिहा करे पिया-पिया शोर
उ : मेरी जान यही है हक़ीक़त तेरी चाहत मेरी मोहब्बत
को : मेरी जान यही है हक़ीक़त तेरी चाहत मेरी मोहब्बत
उ : ये तो बनेगी अपनी मिसाल
को : मैं तो जिंदडी वे जिंदडी वे जिंदडी -४
उ : होय
हुर्रे
होय सोणिया
होय-होय