रात भर रहियो जी सुबह चले जय्यो - The Indic Lyrics Database

रात भर रहियो जी सुबह चले जय्यो

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - अलका याज्ञनिक | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - औरत तेरी यही कहानी | वर्ष - 1988

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रात भर रहियो जी सुबह चले जइयो
कहां रैन गुज़ारी घरवाली से न कहियोपूछताछ करे तो बहाना जड़ दीजियो
सच्ची झूठी कोई कहानी गढ़ दीजियो
फिर भी न माने तो बैथो मेले लईयो
रात भर रहियो जी ...कुंवारे हो कुंवारे तो डर किस बात का
कौन लेगा तुमसे हिसाब बीती रात का
अपनी खुशी से जब चाहे अइयो जइयो
रात भर रहियो जी ...हैं बड़े टेढ़े मेढ़े ये कूंचे ये गलियां
है धोखा नज़र का ये सारी रंगरेलियां
चमक दमक से जी धोखा मत खइयो
रात भर रहियो जी ...