तू किसी रेल सी गुजरती है - The Indic Lyrics Database

तू किसी रेल सी गुजरती है

गीतकार - वरुण ग्रोवर | गायक - स्वनंद किरकिरे | संगीत - इंडियन ओशन | फ़िल्म - मसान | वर्ष - 2015

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तू किसी रेल सी गुज़रती है.. 
तू किसी रेल सी गुज़रती है 
मैं किसी पुल्ल सा.. थरथराता हूँ 

काठ के ताले हैं 
आँख पे डाले हैं 
उनमें इशारों की चाबियां लगा 

रात जो बाक़ी है 
शाम से ताकि है
नीयत में थोड़ी.. 
नीयत में थोड़ी खराबियां लगा 
खराबियां लगा 
मैं हूँ पानी के बुलबुले जैसा 
तुझे सोचूं तो.. फूट जाता हूँ 

तू किसी रेल सी गुज़रती है 
मैं किसी पुल्ल सा.. थरथराता हूँ 
तू किसी रेल सी गुज़रती है 
मैं किसी पुल्ल सा.. थरथराता हूँ 
थरथराता हूँ.. थरथराता हूँ…