भरे जहाँ में कोई मेरा यार था ही नहीं - The Indic Lyrics Database

भरे जहाँ में कोई मेरा यार था ही नहीं

गीतकार - कतील शिफाई | गायक - मेहदी हसन | संगीत - Nil | फ़िल्म - Nil | वर्ष - Nil

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भरे जहाँ में कोई मेरा यार था ही नहीं
किसी नज़र को मेरा इंतज़ार था ही नहीं
न ढूंढिए मेरी आँखों में रतजगों की थकन
ये दिल किसी के लिए बेक़रार था ही नहीं
सुना रहा हूँ मोहब्बत की दास्ताँ उसको
मेरी वफ़ा पे जिसे ऐतबार था ही नहीं
'क़तील' कैसे हवाओं से मांगते ख़ुश्बू
हमारी शाम में जिक्र-ए-बहार था ही नहीं