नज़र वो जो दुश्मन - The Indic Lyrics Database

नज़र वो जो दुश्मन

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - आया सावन झूम के | वर्ष - 1960

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नज़र वो जो दुश्मन पे भी महरबाँ हो-२
ज़ुबाँ वो जो इक प्यार की दास्ताँ हो

किसी ने कहा है मेरे दोस्तो-२
बुरा मत सुनो बुरा मत देखो बुरा मत कहो
किसी ने कहा है मेरे दोस्तो
बुरा मत सुनो बुरा मत देखो बुरा मत कहो
बुरी है बुराई मेरे दोस्तो
बुरा मत सुनो बुरा मत देखो बुरा मत कहो-२

ज़माने में सब ज़िंदगी यूँ गुज़ारें-२
गुलिस्ताँ में रहती हैं जैसे बहारें
ये कहानी यही है ज़िंदगानी यही है-२
जियो आप औरों को भी जीने दो
बुरा मत सुनो बुरा मत देखो बुरा मत कहो-२

हसीं हैं बहुत ज़ुल्फ़ के भी फ़साने-२
मुहब्बत की बातें वफ़ा के तराने
ये तराने सुनाओ ये फ़साने सुनाओ
मगर याद रखो मेरे साथियो
बुरा मत सुनो बुरा मत देखो बुरा मत कहो
किसी ने कहा है मेरे दोस्तो
बुरी है बुराई मेरे दोस्तो
बुरा मत सुनो बुरा मत देखो बुरा मत कहो-२