मिलेे तुमसे बिछड़ के हम मेरे साजन दुआ करना - The Indic Lyrics Database

मिलेे तुमसे बिछड़ के हम मेरे साजन दुआ करना

गीतकार - अनवर सागर | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - सलामी | वर्ष - 1993

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अ : मिलें तुम से बिछड़ के हम मेरे साजन दुआ करना -२
सहें हँस के तुम्हारे ग़म -२ मेरे साजन दुआ करना
मिलें तुम से बिछड़ के ...उल्फ़त के नशेमन में किसने ये ग़म की आग लगाई है -२
मुड़कर जो हमने देखा तो ( बस चारो तरफ़ तन्हाई है ) -२
आए प्यार का फिर मौसम मेरे साजन दुआ करना -२
कु : सहें हँस के तुम्हारे ग़म ...यादों की सुलगती रात में हम दिल थाम के रोया करते हैं
बड़ी हसरत से तस्वीर तेरी ( अश्क़ों से भिगोया करते हैं ) -२
उल्फ़त की हो नज़र-ए-करम मेरी जानम दुआ करना -२
सहें हँस के तुम्हारे ग़म ...अ : क्या ख़ूब हैं हम थे दीवाने जो उनकी तमन्ना करते हैं -२
ये बातें हमें मालूम है वो ( किसी और को चाहा करते हैं ) -२
कभी प्यार न हो ये कम मेरे हमदम दुआ करना -२
सहें हँस के तुम्हारे ग़म ...