मेरा दिल घबराए - The Indic Lyrics Database

मेरा दिल घबराए

गीतकार - जान निसार अख्तर | गायक - रफ़ी, आशा | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - मिस्टर कार्तून, एम.ए. | वर्ष - 1958

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मेरा दिल घबराए मेरी आँख शरमाए
कछु समझ न आए रे तू मेरा क्या लागे
तेरा प्यार तड़पाए मेरा दम घबराए
कछु समझ न आए रे कि तू मेरी क्या लागे
मेरा दिल घबराए
दिल में तेरा तीर है तू मेरी तक़दीर है
आँखों में ओ जान-ए-मन तेरी ही तस्वीर है
अरे तूने है तूने कर डाला क्या जादू
फूल दिल का हाय रे बिना तेरे कुम्हलाए
कछु समझ न आए
मैं तो तेरी हो चुकी पहली ही मुलाक़ात में
गोरे-गोरे हाथ ये दे दो मेरे हाथ में
अजी दिल मेरा है तेरा दीवाना
हमें निन्दिया न आए लगी दिल की जगाए
कछु समझ न आए
सुन लो जी तुम प्यार के वादों को न तोड़ना
दुनिया चाहे छोड़ दे हमको तुम ना छोड़ना
हो हो सैंया हाय सैंया डालो जी गले बहियाँ
तुम्हें दिल जब पाए बड़ी ख़ुशियाँ मनाए
कछु समझ न आए