ओ दिल बंजारे, जा रे - The Indic Lyrics Database

ओ दिल बंजारे, जा रे

गीतकार - गुलजार | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - हृदयनाथ मंगेशकर | फ़िल्म - माया मेमसाब | वर्ष - 1993

View in Roman

ओ दिल बंजारे, जा रे
खोल डोरियां सब खोल दे
धूप से छनती छाँव ओक में भरना चाहूँ
आँख से छनते सपनें होंठ से चखना चाहूँ
ये मन संसारी, बोले, एक बार तो अब डोल दे
रात का बीता सपना दिन में दिल दोहराए
जाने कौन है आकर साँसों को छू जाए
ये दिल अन्जाना, बोले, एक बार तो लब खोल ले