दिल हैं लूटने को तैयार - The Indic Lyrics Database

दिल हैं लूटने को तैयार

गीतकार - राजेंद्र कृशन | गायक - अनुराधा पौुदवाल, कविता कृष्णमूर्ती | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - आग का दरिया | वर्ष - 1953

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रूप का कुंदन बदन की चंडी
रूप का कुंदन बदन की चंडी
लिया मैं गुमु बन बन
दिल की धड़कन के संग बजे
गुंगरू की छन छन न
चना न न न न
गुंगरू की छन छन न
चना न न न न
गुंगरू की छन छन न
चना न न न न
हो दिल हैं लूटने को तैयार
दिल हैं लूटने को तैयार
लुटेरा होना चाहिए
दिल हैं लूटने को तैयार
लुटेरा होना चाहिए
दिल हैं लूटने को तैयार
लुटेरा होना चाहिए
नागिन कब से देखे राह
नागिन कब से देखे राह
सवेरा होना चाहिए
दिल हैं लूटने को तैयार
लुटेरा होना चाहिए
दिल हैं लूटने को तैयार

दी ने कहा बिसराई सावरिया
दी ने कहा बिसराई सवरयि
जिसकी धुन पर नाचे बवर्यि
छण न न छण न न
मरी पायल बाजे
सं न न सं न न
मोरा झुग्न नाचे
बेकल बेकल भटक रही हैं
नागनिया बेचारी
किसके दर जाइये बेदर्दी
ये विरह की मारी
ये विरह की मारी
कटेगी कैसे सगरी रे
कटेगी कैसे सगरी रे
बसेरा होना चाहिए
दिल है लूटने को तैयार
लुटेरा होना चाहिए
दिल है लूटने को तैयार

जाने न जाने कोई न जाने
जाने न जाने कोई न जाने
हम ने तो पहचाना
बोल बेदरदी कौन है अपना
कोण यहाँ बेगाना
जन बिछा कर आग लगाए
ये कैसा महखाना
सब को देना एक ही जैसा
ओ राजा पैमाना
पैमाना ो राजा पैमाना
न न न न न न न न न
न न न न न न न न न
ओ तेरी मदिरा पाये जल
तेरी मदिरा पाये जल
बावरा होना चाहिए
दिल हैं लूटने को तैयार
लुटेरा होना चाहिए
दिल हैं लूटने को तैयार

अपने महबूब से यु
आज मुलाकात हुई
जिसका सोचा भी न था
ऐसी अजब बात हुयी
बेखुदी तूने बड़ा
बड़ा काम किया
हाथ बिछड़े हुए थे
बार ने तहँ लिया
हाथ बिछड़े हुए थे
बार ने तहँ लिया
आज कुछ कम सा गया दर्द
जिगर का प्यार
ये हकीकत नहीं
दोखा हैं नज़र का प्यार
नज़र का प्यार
ो आखिर कब तक काली रात
आखिर कब तक काली रात
सवेरा होना चाहिए
दिल हैं लूटने को तैयार
लुटेरा होना चाहिए
दिल हैं लूटने को तैयार
लुटेरा होना चाहिए
नागिन कब से देखे राह
सवेरा होना चाहिए
दिल हैं लूटने को तैयार
लुटेरा होना चाहिए
दिल हैं लूटने को तैयार.