मेरा बचपन वापस आया - The Indic Lyrics Database

मेरा बचपन वापस आया

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - सुरैया | संगीत - रोशन | फ़िल्म - माशूका | वर्ष - 1953

View in Roman

मेरा बचपन
मेरा बचपन वापस आया
बलइया लूँ मैं बार-बार हो
गलबइयाँ
गलबइयाँ डार मुस्काया
बलइया लूँ मैं बार-बार हो
अपना सब कुछ दे के दान मैं तेरी ख़ैर मनाऊँ
नज़र न लागे दुनिया की तुझे पलकों में मैं छुपाऊँ
मेरी गोदी
मेरी गोदी में सब जग आया
बलइया लूँ मैं बार-बार हो
तू मेरे दिन का सूरज रात को चन्दा की उजियारी
हरी तेरे सारे दुख हर ले राम करे रखवारी
राम करे रखवारी
तूने बुझता दीप जलाया
बलइया लूँ मैं बार-बार हो
मेरा बचपन वापस आया
बलइया लूँ मैं बार-बार हो
किस दरपन में मुख देखूँ मैं और ख़ुशी से झूमूँ
देखूँ मेरा बालकपन मैं अपना मुखड़ा चूमूँ
मुझे मोहे आज मेरी छाया
बलइया लूँ मैं बार-बार हो
मेरा बचपन वापस आया
बलइया लूँ मैं बार-बार हो