ये रास्ते हैं प्यार के चलन संभल संभल के - The Indic Lyrics Database

ये रास्ते हैं प्यार के चलन संभल संभल के

गीतकार - वीर मोहम्मदपुरी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - रोशन | फ़िल्म - जिंदगी और हम | वर्ष - 1962

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यह रास्ते हैं प्यार के
चलना संभल संभल के
यह रास्ते हैं प्यार के
चलना संभल संभल के
यहाँ लुटते है दिल को
अरमां मचल मचल के

यह रास्ते हैं प्यार के
चलना संभल संभल के
जो भी इस तरफ से गुजरा
कभी लौट के न आया
जो भी इस तरफ से गुजरा
कभी लौट के न आया

आया तो साथ अपने
बेताबियाँ भी लाया
बेताबियाँ ही लाया
गुजरेगी उम्र साडी
पहलु बदल बदल के

यह रास्ते हैं प्यार के

चलना संभल संभल के
इस ुंझु मन ने जो समझा
जिसको चिराग दिल का
इस ुंझु मन ने जो समझा
जिसको चिराग दिल का

देखा करीब से तो
निकला वो दाग दिल का
निकला वो दाग दिल का
परवाना जो बनेगा
रह जायेगा वो जल के
यह रास्ते है प्यार के
चलना संभल संभल के

यहाँ लुटे है दिल को
अरमां मचल मचल के
यह रास्ते हैं प्यार के
चलना संभल संभल के
चलना संभल संभल के
चलना संभल संभल के.