वो कभी मिल जायें तो क्या किजिये - The Indic Lyrics Database

वो कभी मिल जायें तो क्या किजिये

गीतकार - नासिर काज़मी, अख्तर शीरानी? | गायक - गुलाम अली | संगीत - | फ़िल्म - करामाती घंटा (गैर फिल्म) | वर्ष - 1984

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वो कभी मिल जायें तो क्या कीजिये
रात दिन सूरत को देखा कीजियेचाँदनी रातों में इक इक फूल को
बेख़ुदी कहती है सजदा कीजियेजो तमन्नाबर न आये उम्र भर
उम्र भर उसकी तमन्ना कीजियेइश्क़ की रंगीनियों में डूब कर
चाँदनी रातों में रोया कीजियेहम ही उसके इश्क़ के क़ाबिल न थे
क्यूँ किसी ज़ालिम का शिकवा कीजिये