सावन के दिन आए रे मंगावा दे चुनरिया: - The Indic Lyrics Database

सावन के दिन आए रे मंगावा दे चुनरिया:

गीतकार - पं सुदर्शन | गायक - सहगान, शीला | संगीत - रफीक गजनवी, मीर साहेब | फ़िल्म - सिकंदर | वर्ष - 1941

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हो सावन के दिन आये रे
सावन के दिन आये रे
मंगवा दे चुनरिया -२
हो बैरन साज सजाये रे
बैरन साज सजाये रे
मंगवा दे चुनरिया -२कब लग ओढ़ूँ पुरानी चुनरिया -२
सुंदर वो बन जाये रे
हाय रे हाय रे
सुंदर वो बन जाये रेमंगवा दे चुनरिया -२
हो सावन के दिन आये रे
सावन के दिन आये रे
मंगवा दे चुनरिया -२
हो बैरन साज सजाये रे
बैरन साज सजाये रे
मंगवा दे चुनरिया -२मैं की नदिया सूर्ज निखारे -२
नैन की नदिया चन्द्र उबारे -२
देखत मन ललचाये रे
हाय हाय रे
देखत मन ललचाये रेमंगवा दे चुनरिया -२
हो सावन के दिन आये रे
सावन के दिन आये रे
मंगवा दे चुनरिया -२
हो बैरन साज सजाये रे
बैरन साज सजाये रे
मंगवा दे चुनरिया -२आ गई बन में रुत मतवारी -२
छा गई मन में प्रेम-खुमारी
जोबन शोर मचाये रे -२मंगवा दे चुनरिया -२
हो सावन के दिन आये रे
सावन के दिन आये रे
मंगवा दे चुनरिया -२
हो घर-द्वार सजाये रे -२
रंगवा दे चुनरिया -२हो सावन के दिन आये रे
सावन के दिन आये रे
मोहे ला दी चुनरिया -२
सब जग राग मनाये रे -२
मोही लागी नजरिया -२गुजर गईं जोबन की बतियाँ
बीत गईं रंग-रूप की रतिया
कौन गई रुत लाये रे -२
मोहे ला दी चुनरिया -२सावन के दिन आये रे -२
मंगवा दे चुनरिया -२
हो बैरन साज सजाये रे
बैरन साज सजाये रे
मंगवा दे चुनरिया -२