काली तेरी चोटी है परंदा तेरा लाल नहीं - The Indic Lyrics Database

काली तेरी चोटी है परंदा तेरा लाल नहीं

गीतकार - इन्दीवर | गायक - अनुराधा पौडवाल, मोहम्मद अज़ीज़ | संगीत - राजेश रोशन | फ़िल्म - बहार आने तक | वर्ष - 1990

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काली तेरी चोटी है परांदा तेरा लाल नी
रूप की ओ रानी तू परांदे को सम्भालनी
किसी मनचले का तुझ पे आ गया जो दिल होगी बड़ी मुश्किल
काली तेरी चोटी है ...मैने भी मुश्किलों से खेलना है सीखा
मेरी भी तमन्ना मुझ पे आए दिल किसी का
आशिक़ का परांदे नाल बांध लूंगी दिल होगी कैसे मुश्किल
काली तेरी चोटी है ...दावतें देती है तेरे गालों की ये लाली
बन बैठा मेरा दिल तेरा ही सवाली
फूल नहीं गाल दमकते हैं शोले
धोने धोने ही बड़े दिल के हैं भोले
ओ शोलों से लिपट के पतंगे झूमते हैं
जल जायें चाहें शमा को चूमते हैं
किसी सिरफिरे का तुझ पे आ गया जो दिल होगी बड़ी मुश्किल ...मर मिटने की तूने बात कैसे सोची
ना तू मेरा माही न तू मेरा पड़ोसी
कोई जो मलाई सी कलाई थाम लेगा
क्या होते हैं माही तुझे पता तब चलेगा
जाऊंगी तभी जब माही डोला लाएगा
तेरे जैसा हाथ मलता ही रह जाएगा
सजना के साथ मैं तो जाऊंगी निकल होगी कैसे मुश्किल ...