गया घर लाये गिरधारी - The Indic Lyrics Database

गया घर लाये गिरधारी

गीतकार - केदार शर्मा | गायक - लीला सावंत, ललिता पारुलकर | संगीत - जी ए चिश्ती | फ़िल्म - कलियां | वर्ष - 1944

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गैया घर लाये गिरधारी, हाँ गिरधारी
लौटे बन से बनवारीये ब्रिज की साँझ सुहानी
सखियों की मस्त जवानी
बन्सी नन्दलाल बजायी
सगरी सुध बुध बिसरायी
मधुसुदन के बलहारीकोई सज धज सीस गुंधाये खड़ी
कोई बाट पे नैन बिछाये खड़ी
कोई पेड़ से आस लगाये खड़ी
कोई देर से हूक दबाये खड़ी
क्या देख रही ब्रिज की नारी