आ गई याद शाम ढलते ही - The Indic Lyrics Database

आ गई याद शाम ढलते ही

गीतकार - मुनीर नियाज़ी | गायक - गुलाम अली | संगीत - | फ़िल्म - अंजुमन (गैर-फिल्म) | वर्ष - 1990

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आ गई याद शाम ढलते ही
बुझ गया दिल चराग़ जलते हीखुल गये सहर-ए-ग़म के दरवाज़े
इक ज़रा सी हवा के चलते हीकौन था तू के फिर न देखा तुझे
मिट गया ख़ाब आँख मलते हीतू भी जैसे बदल सा जाता है
अक्स-ए-दीवार के बदलते ही