गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - अनुराधा पौुदवाल, मन्हार उधस | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - आग और शोला | वर्ष - 1986
View in Romanबरसे रे बरसा
बरसे रे बरसा अब्ब के बरस
यूँ बरसे रे पानी
इक तोह यह मौसम दूजे
मोहब्बत उसपे जवानी
इक तोह यह मौसम दूजे
मोहब्बत उसपे जवानी
बरसे रे बरसा
बरसे रे बरसा अब्ब के बरस
यूँ बरसे रे पानी
इक तोह यह मौसम दूजे
मोहब्बत उसपे जवानी
इक तोह यह मौसम दूजे
मोहब्बत उसपे जवानी
भीगी यह चोली चुनरी उडी
भीगी यह चोली चुनरी उडी
बदनाम सावन ने कर दिया
बदनाम सावन ने कर दिया
जो काम हमसे न हो सका
वह काम सावन ने कर दिया
वह काम सावन ने कर दिया
अब्ब आगे देखे
अब्ब आगे देखे करती है क्या
क्या रुत यह सुहानी
इक तोह यह मौसम दूजे
मोहब्बत उसपे जवानी
इक तोह यह मौसम दूजे
मोहब्बत उसपे जवानी
बस दूर से तुम कुछ भी
करो नज़दीक आना अच्छा नहीं
बस दूर से तुम कुछ भी
करो नज़दीक आना अच्छा नहीं
नज़दीक तोह हम आ ही गए
अब्ब दूर जाना अच्छा नहीं
अब्ब दूर जाना अच्छा नहीं
तुम हो बड़े वह
तुम हो बड़े वह दिल में
तुम्हारे है बेईमानी
इक तोह यह मौसम दूजे
मोहब्बत उसपे जवानी
इक तोह यह मौसम दूजे
मोहब्बत उसपे जवानी
बरखा बुझाती हैं आग को
हम जल रहे हैं बरसात में
हम जल रहे हैं बरसात में
भीगा हुवा यह गोरा बदन
शोले से चमके इस रात में
शोले से चमके इस रात में
छोडो न छेड़ो
छोडो न छेड़ो हम पे करो
तुम यह मेहेरबानी
इक तोह यह मौसम दूजे
मोहब्बत उसपे जवानी
इक तोह यह मौसम दूजे
मोहब्बत उसपे जवानी
बरसे रे बरसा अब्ब के बरस
यूँ बरसे रे पानी
इक तोह यह मौसम दूजे
मोहब्बत उसपे जवानी
इक तोह यह मौसम दूजे
मोहब्बत उसपे जवानी.