इसकी हो गयी हो उसकी हो गयी - The Indic Lyrics Database

इसकी हो गयी हो उसकी हो गयी

गीतकार - एस. एच. बिहारी | गायक - मोहॅमेड रफ़ी | संगीत - दत्ता नायक | फ़िल्म - आग और दाग | वर्ष - 1970

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हाय िस्की हो गयी
हुए उसकी हो गयी
अरे िस्की हो गयी
हो उसकी हो गयी
इसकी हो गयी उसकी हो गयी
सबकी हो गयी शादी
मैं बेचारा भाग में
जिसके अब तक है बर्बादी
कोई तो दया करो रे
कोई तो रहम करो रे
कोई तो दया करो रे
कोई तो रहम करो रे

सब कहते है पकी पकाई
मैं एक फुंकू चूल्हा
सब कहते है पकी पकाई
मैं एक फुंकू चूल्हा
मुझको भी तो मिलकर
यारो कभी बना दो दूल्हा
बिच उमरिया ाँ फ़ासी है
अब जीवन की नाव
मुझको भी तो बढ़कर
कोई वरमाला पहनाओ
उजड़े उजड़े घर में मेरे
उजड़े उजड़े घर में
मेरे हो जाये ाबाद
कोई तो दया करो रे
कोई तो रहम करो रे
कोई तो दया करो रे
कोई तो रहम करो रे

बीकानेर का घाघरा चोली
और दिल्ली के कंगना
बीकानेर का घाघरा चोली
और दिल्ली के कंगना
मत पूछो जब चलेगी गोरी
छम छम मोरे अंगना
पास पड़ोस के रहने वाले
देखेगे लालचके
गीत मिलन के गायेगी
मेरी छामो दोल बजाके
दान दहेज में बर्तन होंगे
दान दहेज में बर्तन होंगे
असल मुरादाबाद कोई
कोई तो दया करो रे
कोई तो रहम करो रे
कोई तो दया करो रे
कोई तो रहम करो रे

मुझको भैया सभी चलेगी
गोरी हो या काली
मुझको भैया सभी चलेगी
गोरी हो या काली
इतना धायण रहे की हो
कोई छोरी नखरे वाली
ओ बचके ज़रा
दो नैना मतवारे हो
तो क्या कहने है उसके
छोड़के सारा धंदा
बैठा रहूँगा
घर में घुसके
और बढ़ता जाऊंगा मैं
और बढ़ता जाऊंगा
मैं भारत की ाबाद
कोई तो दया करो रे
कोई तो रहम करो रे
कोई तो दया करो रे
कोई तो रहम करो रे.