पान का एक बीड़ा फिर चाल देखो बनारसी बाबू की - The Indic Lyrics Database

पान का एक बीड़ा फिर चाल देखो बनारसी बाबू की

गीतकार - समीर | गायक - उदित नारायण | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - बनारसी बाबू | वर्ष - 1998

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पान का एक बीड़ा खिला दो फिर चाल देखो बनारसी बाबू की
इसमें थोड़ा सा ज़र्दा मिला दो फिर चाल देखो बनारसी बाबू की
चाल देखो बनारसी बाबू ...होंठों के प्याले रसीले नैन तुम्हारे नशीले
गोरी पतली कमर तुम हिला दो
फिर चाल देखो ...अंदाज़ मेरा है सबसे निराला
बुद्धू ना समझो मैं हूँ भोला भाला
ज़रा गंगा का पानी पिला दो
फिर चाल देखो ...मैं बिगड़े लोगों को रास्ते पे लाऊं
मैं अच्छे अच्छों के छक्के छुड़ाऊं
हो मेरे हाथों बम्बू दिला दो
फिर चाल देखो ...