लहरैया तिरंगा आज हम रौशन करेंगे - The Indic Lyrics Database

लहरैया तिरंगा आज हम रौशन करेंगे

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - देवकी पंडित | संगीत - राजकमल | फ़िल्म - साज़ | वर्ष - 1996

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लहराया तिरंगा मन के हिमालय से
उतरी है नये उजाले की गंगा
लहराया तिरंगाआज हम रौशन करेंगे प्रेम के लाखों दिये
आज से हम सब रहेंगे प्यार का अमृत पियेआज से हम सब जियेंगे
एक दूजे के लिये
क़सम खाते हैं ये
हम हमेशा ही रहेगा
जो होगा आज संगम
क़सम खाते हैं ये हम
आज हम रौशन करेंगे ...आज से हर डाल पर
कलियाँ खिलेंगी प्यार की
आज से होगी दिलों में
बात इस इक़रार की
आज से दीवार नफ़रत की
न उठने पायेगी
आज से बस आवाज़ यही आयेगी
आज हम रौशन करेंगे ...आज से आने न देंगे
हम दिलों में दूरियाँ
आज से हमको मिटाने हैं
ग़म और मजबूरियाँ
आज से लायेंगे हर
जीवन में इक मुसकान हम
आज से ऐसा बनायेंगे
ये हिन्दुस्तान हम
आज हम रौशन करेंगे ...