पलकों को कलम बना के तो मेरा नाम नहींं - The Indic Lyrics Database

पलकों को कलम बना के तो मेरा नाम नहींं

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - हरिहरन, अलका याज्ञनिक | संगीत - दिलीप सेन-समीर सेन | फ़िल्म - | वर्ष - 1999

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पलकों को कलम बना के काजल में उसे डुबा के
आजा आहा ऊहूँ
तेरे दिल पे नाम न लिख दूं तो मेरा नाम नहीं
कोशिश कर ले तेरे बस का ये काम नहीं
तू पागल हो जाए तो मेरे सर इल्ज़ाम नहीं
तेरे दिल पे नाम न ...मैं लाल चुनरिया ओढ़ूंगी मैं तेरी ज़िद को तोड़ूंगी
झूठा इल्ज़ाम लगा दूंगी बदनाम तुझे कर छोड़ूंगी
तू मेरे दिल से क्यूं गुज़रा ये रस्ता आम नहीं
हां तेरे दिल पे नाम न ...मेरी उँगली में अंगूठी है अंगूठी का तू मोती है
कैसी भी हो कितनी भी हो हर चीज़ की कीमत होती है
सारि दुनिया की दौलत भी इस दिल का दाम नहीं
हां तेरे दिल पे नाम न ...नहीं देखा हुस्न ये ख्वाबों में ये खुश्बू कहां गुलाबों में
तेरी मस्तानी आँखों सी ये मस्ती कहाँ शराबों में
तू बंद नशे की बोतल है पर मेरा जाम नहीं
हां तेरे दिल पे नाम न ...