रब को याद करुँ ओय रब्बा बिछड़ा यार मिला दे - The Indic Lyrics Database

रब को याद करुँ ओय रब्बा बिछड़ा यार मिला दे

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - कविता कृष्णमूर्ति, मोहम्मद अज़ीज़ | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - खुदा गवाह | वर्ष - 1992

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रब को याद करूं -२
एक फ़रियाद करूं
बिछड़ा यार मिला दे
( ओय रब्बा ) -२ बिछड़ा यार मिला दे मेरा दिलदार मिला दे
ओय रब्बा बिछड़ा यार ...जब से हुई ये लम्बी जुदाई न चैन आया न नींद आई
नज़रें तरस गईं आँखें बरस गईं मुझे दीदार करा दे
( ओय रब्बा ) -२ बिछड़ा यार ...जो चाहे उसकी बाहों में झूलूं आँखों में देकूं हाथों से छू लूं
अपने बीच में खड़ी ये दीवार मिटा दे
( ओय रब्बा ) -२ बिछड़ा यार ...उससे बिछड़कर यूं ही जी रहा हूँ साज़-ए-दिल टूट गया नग़मा रूठ गया
तार से तार मिला दे
( ओय रब्बा ) -२ बिछड़ा यार ...कहदे कुछ ऐसा तू हाल मेरा आ जाए सुनकर ( मेरा मसीहा )-२
उस तक पहुंचे खबर आ मिलना है अगर
मुझे बीमार बना दे
( ओय रब्बा ) -२ बिछड़ा यार ...