तन्ग आ चुके हैं - The Indic Lyrics Database

तन्ग आ चुके हैं

गीतकार - साहिर | गायक - रफ़ी, पुरुष स्वर | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - प्यासा | वर्ष - 1957

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तन्ग आ चुके हैं
क़श-म-क़श-ए-ज़िन्दगी से हम )-2
ठुकरा न दें जहाँ को कहीं
बेदिली से हम

अजी जनाब
ख़ुशी के मौक़े पर क्या बेदिली का राग छेड़ा हुआ है
कोई ख़ुशी का गीत सुनाइये

हम ग़म-ज़दा हैं लायें
कहाँ से ख़ुशी के गीत-2
( देंगे वो ही जो पायेंगे इस
ज़िन्दगी से हम )-2

उभरेंगे एक बार
अभी दिल के वलवले-2
( माना के दब गये हैं
ग़म-ए-ज़िन्दगी से हम )-2

लो आज हमने तोड़ दिया-2
रिश्ता-ए-उम्मीद-2
( लो अब कभी गिला न
करेंगे किसी से हम )-2$