भूल जाना मेरी वफ़ाओं को - The Indic Lyrics Database

भूल जाना मेरी वफ़ाओं को

गीतकार - तनवीर नकवी | गायक - लता | संगीत - एस मोहिंदर | फ़िल्म - शिरीन फरहाद | वर्ष - 1956

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भूल जाना मेरी वफ़ाओं को
बख़्श देना मेरी ख़ताओं को

गुज़रा हुआ ज़माना आता नहीं दुबारा
हाफ़िज़ ख़ुदा तुम्हारा, हाफ़िज़ ख़ुदा तुम्हारा

ख़ुशियाँ थीं चार दिन की, आँसू हैं उम्र भर के
तनहाइयों में अक्सर रोएँगे याद करके
वो वक़्त जो कि हमने एक साथ है गुज़ारा
हाफ़िज़ ख़ुदा तुम्हारा ...

मेरी क़सम है मुझको, तुम बेवफ़ा न कहना
मजबूर थी मुहब्बत, सब कुछ पड़ा है सहना
टूटा है ज़िन्दगी का अब आख़री सहारा
हाफ़िज़ ख़ुदा तुम्हारा ...

मेरे लिए सहर भी, आई है रात बनकर
निकला मेरा जनाज़ा मेरी बरात बनकर
अच्छा हुआ जो तुमने देखा न ये नज़ारा
हाफ़िज़ ख़ुदा तुम्हारा ...$